वैदिक काल में विवाह के प्रकार (Types of Marriage) - Gyaan Booster - Free Online Education

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Thursday, December 21, 2017

वैदिक काल में विवाह के प्रकार (Types of Marriage)

आठ प्रकार के विवाहों के नाम

Eight types of marriages

गृहसूत्र में आठ प्रकार के विवाहों का उल्लेख है -
गूगल फोटो
  1. ब्रह्म विवाह (Brahm Vivah)  - इसमें पिता वर को बुला कर कन्या को सौंपता था | यह सबसे उत्तम था | विवाह समान वर्ण में होता था।
  2. दैव विवाह (Dev Vivah) - इसमें यज्ञ करने वाले ब्राह्मण को कन्या सौंप दी जाती थी।
  3. आर्ष विवाह (Aarsh Vivah) - इसमें कन्या के पिता को वर पक्ष एक जोड़ी बैल देता था।
  4. प्रजापत्य विवाह (Prajaptya Vivah) - इसमें पिता वर पक्ष से कर्तव्य निर्वहन का वचन लेता था | यह विवाह बिना लेन-देन के होता था।
  5. गंधर्व विवाह (GandharvVivah) - यह प्रेम विवाह था | 
  6. असुर विवाह (AsurVivah) - कन्या को खरीद कर विवाह किया जाता था |
  7. राक्षस विवाह (RakshasVivah) - अपहरण करके विवाह।
  8. पैशाच विवाह (PaishachVivah) - बलात्कार या विश्वासघात द्वारा विवाह।
नोट : इसमें प्रथम चार उत्कृष्ट विवाह माने जाते थे तथा अंतिम चार निकृष्ट | धर्मसूत्र - सामाजिक नियमों से सम्बंधित | इसमें चार वर्णों (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य व शुद्र) के कर्तव्यों का उल्लेख है एवं चार आश्रमों के कर्तव्यों का भी उल्लेख है |

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